रविवार, 22 मार्च 2009

ये वेबसाइट क्यों ?

काफ़ी समय से लिख नही पा रहा हु ।समय ही नही मिल पा रहा है । शर्मिंदगी होती है तब ज्यादा जब कई प्रेमी पाठक मेरी इस साईट पर आते है । कुछ पूछते भी है , परन्तु जवाब देने का टाइम नही मिल पा रहा है । फ़िर भी बहुत लोगो के ईमेल मिले , --पूरे विश्व से , की इस साईट को क्यों शुरू किया ? क्या प्रेरणा है ?
इसलिए आज कम से कम इस सवाल का जवाब देने के लिए आना ही पड़ा । इसका मतलब नही है की बाकी सवालो का जवाब नही दूगा !!! उसके भी नम्बर आएगा ॥
तो बता दू की इस साईट बनाने के प्रेरणा कहा से मिली । बात पिछले वर्ष करीब अगस्त महीने की है । तब एक मीटिंग के लिए श्रीमान केवल क्रिशन जी , जो की तकनिकी निदेशक है , भारत सरकार के संचार और सूचना प्रोद्योदिकी मंत्रालय में , का आगमन कोल्कता में हुआ । एअरपोर्ट से मीटिंग स्थल तक आते हुए उन्होंने मुझे बड़े ही प्रेरणादायक तरीके से कंप्युटर में हिन्दी अनुप्रयोगों के बारे में बताया । साथ ही साथ यूनिकोड पर भी बहुत कुछ समझाया । उनकी कमिटमेंट देख के कुछ हिन्दी के लिए भी करने की इच्छा हुई । काफी माथा पच्ची करने के बाद सोचा क्यों न एक ऐसा वेबसाइट बनाऊ जिसमे सभी हिन्दी भाषी न केवल मेरी "सुन" सके बल्कि अपनी "कह" भी सके । साथ ही साथ मुझे एक ऐसा यूनिकोड प्लेटफोर्म चाहिए था जहा हिन्दी के लिए मुश्किल कम हो।
साथ ही साथ राजभाषा विभाग के लोगो का भी प्रोत्साहन मिला तो बस , सो थोड़ा सा प्रयास , थोडी से प्रेरणा , और कई महीनो की रातो को जाग जाग कर कुछ बनाने की जूनून और महनेत ने इस को खड़ा कर दिया । फ़िर बाद में बहुत से पाठको और वेबसाइट पर आने वाले विश्व भर के मेहमानों ने बहुत हौसला अफजाई की तो , बस क्या था ?
तो बस येही कहानी है इसकी ....थोड़ा टाइम जल्दी ही फ़िर निकालूगा ..ताकि आपके द्वारा पूछे गई सारे कोम्पुटर , टेक्नोलॉजी , और वेबसाइट विकास की सभी जिज्ञासा का समाधान कर सकू । तब तक के लिए एक चीज दे कर जा रहा हु ----इंतज़ार
 

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