तू जो खो जाए तो तुझे बार बार कहा से लाऊ,
घर मे दरवाजा है, दीवार कहा से लाऊ,
कोशिश करता हू पर मै हाथ छुडाऊ कैसे,
मुहब्बतो मे जुर्र्ते इंकार कहा से लाऊ
मेरे हर लफ्जो मे आ और सितारा बन जा
इससे बेहतर कोई इजहार कहा से लाऊ
शहर की भीड मे गुम गई अब आवाजे,
आपकी पायल की सी झंकार कहा से लाऊ.
मेरे पैरो मे रवायतो की जंजीरे है.
मै नये दौर की सी रफ्तार कहा से लाऊ
घर मे दरवाजा है, दीवार कहा से लाऊ,
कोशिश करता हू पर मै हाथ छुडाऊ कैसे,
मुहब्बतो मे जुर्र्ते इंकार कहा से लाऊ
मेरे हर लफ्जो मे आ और सितारा बन जा
इससे बेहतर कोई इजहार कहा से लाऊ
शहर की भीड मे गुम गई अब आवाजे,
आपकी पायल की सी झंकार कहा से लाऊ.
मेरे पैरो मे रवायतो की जंजीरे है.
मै नये दौर की सी रफ्तार कहा से लाऊ
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें