उसे पाकिस्तानी सेना के साथ लड़ने के लिए फ्रन्ट पर भेजा गया।
लड़ाई के दौरान बंता ने अपने दिमाग का इस्तेमाल करा और जोर जोर से मुसलमानी नाम पुकारने शुरू किए-शारीक खान..आमिर शेख..समीर..।
बंता जब नाम पुकारता तो पाकिस्तान सेना से कोई न कोई सैनिक का जवाब आता यस सर! और बंता उस सैनिक को गोली से भून देता।
ऐसा करते हुए बंता ने आधी पाकिस्तानी सेना का सफाया कर डाला।
पाकिस्तानी कमांडर को भनक लग गई की बंता सिंह धोखे से उसके सैनिकों को मार रहा है।
पाकिस्तानी कमांडर ने बंता की ट्रिक को उसी पर आजमाने की कोशिश की और जोर से बंता सिंह का नाम पुकारा।
बंता समझ गया कि यह उसे मारने की साजिश रची जा रही है।
उसने भी कमांडर को चकमा देते हुए कहा- मेरा नाम किसने पुकारा।
कमांडर झट से खड़ा होकर बोला मैंने पुकारा।
बस फिर क्या था बंता सिंह ने उसे गोलियों से भून दिया और समझदारी का तमगा हासिल कर लिया।
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3 comments:
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