आज की इस पोस्ट में मै कुछ अपने पसंदीदा शेर दे रहा हु . ये शेर मेरे नही है बल्कि दूसरो के है, ये कैसे मेरे हाथ लग गए है, कहना मुश्किल है . पर इतना याद है कि करीबन १९९८ में जब एम् बी ऐ कि पड़ी कर रहा था तभी इनका शौक लगा. इधर दो तीन साल से ये छूट गया था. ये ऐसे शेर है जो मेरे जीवन में ख़ास जगह रखते है. पेश ऐ नज़र है :
१.
ठोकरे खा के जो सम्हलते है, वो निजाम ऐ जहा बदलते है,
रौशनी के नए चरागों से , रूह तपती है , जिस्म जलते है,
रास्तो को हमे बदलना है, रास्ते खुद कहा बदलते है.
२
हम अपने गम कि शिद्दत को कम नही करते,
जरा...
रविवार, 6 दिसंबर 2009
रविवार, 15 नवंबर 2009
अंग्रेजी नही , हिन्दी बनती है दिमाग को चुस्त -दुरुस्त
Author: Manoj Kumar Soni
| Posted at: 9:30 am |
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समाचार

विज्ञान पत्रिका " करंट साइंस " में प्रकाशित अनुसन्धान के पुरे ब्यौरे में मस्तिस्क विज्ञानियों का कहना है के अग्रजी बोलते समय दिमाग का सिर्फ बाया हिस्सा सक्रिय रहता है, जबकि हिन्दी बोलते समय मष्तिस्क का दाया और बाया दोनों हिस्से सक्रिय रहते है जिस से दिमागे स्वास्थ्य तरोताजा रहते है.
राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसन्धान केंद्र ने यह जानकारी प्रकाशित की है.
यदि आप हिन्दीभाषी है ओर आधुनिक सभ्यता के शौकीन होकर बिना जरुरत अंग्रेजी बोलके की लत पाल चुके है तो अब जरा सावधान हो जाइये ....
अब भारतीय भाषाओ में भी होगे वेब पते
क्या आपने अपनी मात्रभाषा में इन्टरनेट में प्रवेश करने के बारे में सोचा है ? यह अब संभव है. डोमेन नामो का प्रबंधन करने वाली संस्था ने अब वेब पते के लिए सात भारतीय भाषाओ के इस्तेमाल के अनुमति दे दी है. वैश्विक गैर लाभकारी संगठन internet corporation for assigned names and number (ICANN) ने सात भारतीये भाषाओ ---हिन्दी तमिल बंगला उर्दू गुजराती पंजाबी और तेलुगु में वेब पते (web address) की अनुमति देने का फैसले किया है . यह फैसला सोल (कोरिया) में लिया गया.
अभी तक वेब पर सभी डोमेन नाम केवल लैटिन अक्षरो ए से जेड़ में...
रविवार, 4 अक्टूबर 2009
रामायण और विश्व में कहा कहा है ? एक अनुसंधान
भारत के इतिहास में राम जैसा विजेता कोई नहीं हुआ . उन्होंने रावण और उसके सहयोगी अनेक राक्षसों का वध कर के न केवल भारत में शांति की स्थापना की बल्कि सुदूर पूर्व और ऑस्ट्रेलिया तक में सुख और आनंद की एक लहर व्याप्त कर दी. श्रीराम अद्भुत सामरिक प्रक्रम व्यहार कुशलता और विदेश नीति के स्वामी थे. उन्होंने किसी देश पर अधिकार नहीं किया लेकिन विश्व के अनेक देहो में उनकी प्रशंशा के विवरण मिलते है जिससे पता चलता है की उनकी लोकप्रियता दूर दूर तक फैले हुई थी.
आजकल मेडागास्कर कहे जाने वाले द्वीप से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक के द्वीप समूह पर रावण...
शुक्रवार, 25 सितंबर 2009
गायत्री मंत्र पर महापुरुषों के विचार
Author: Manoj Kumar Soni
| Posted at: 7:28 am |
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अपनी बात

दुर्गा पूजा के अवसर पर सभी पाठको को शुबेच्छा एवं हार्दिक अभिनन्दन . कलकाता के पूजा के माहौल में सब कुछ देविमोय हो जाता है . मेरी तो पंडाल आदि घुमने की हिम्मत नही हो पा रही है. इतने भीड़ और एक उन्माद सा लगता है. वैसे पूजा एवं भक्ति के इस माहौल में पेश है कुछ गायत्री मंत्र के बारे में .
गायत्री मंत्र पर महापुरुषों के विचार
गायत्री मंत्र व उसका अर्थ
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।
अर्थः उस प्राण स्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अंतःकरण...
रविवार, 16 अगस्त 2009
भीड़ का दु:ख
युवती की तेज आती स्कूटर से वह वृद्ध टकरा गया। भीड़ लग गई। चोट दोनों को आई थी। हालात का जायजा ले रहे एक स्वयंसेवी ने वृद्ध को रिक्शे में डाला और अस्पताल की ओर चल पड़ा। रिक्शेवाले ने पूछा-‘‘भाई साहब थोड़ा चोट तो उस महिला को भी आई थी, फिर आप इन्हें ले जा रहे हैं, क्या ये आपके रिश्तेदार हैं ?’’‘‘नहीं, उसके लिए तो बहुतों की भीड़ है। अगर मैं उसे वहाँ से ले जाना का प्रयास करता तो भीड़ दु:खी हो जाती।’’एक ई मेल से मिला ये...
रविवार, 3 मई 2009
कमाई करे रु २०००/= प्रति दिन ...आसान इन्टरनेट में पार्ट टाइम काम
जरुरत है पार्ट टाइम जॉब करने के लिए लोगो की , कोई निवेश की जरुरत नही , सिर्फ़ इन्टरनेट पर आसान फॉर्म भरने का काम करना है ।अधिक जानकारी के लिए क्लिक ...
रविवार, 22 मार्च 2009
ये वेबसाइट क्यों ?
काफ़ी समय से लिख नही पा रहा हु ।समय ही नही मिल पा रहा है । शर्मिंदगी होती है तब ज्यादा जब कई प्रेमी पाठक मेरी इस साईट पर आते है । कुछ पूछते भी है , परन्तु जवाब देने का टाइम नही मिल पा रहा है । फ़िर भी बहुत लोगो के ईमेल मिले , --पूरे विश्व से , की इस साईट को क्यों शुरू किया ? क्या प्रेरणा है ?इसलिए आज कम से कम इस सवाल का जवाब देने के लिए आना ही पड़ा । इसका मतलब नही है की बाकी सवालो का जवाब नही दूगा !!! उसके भी नम्बर आएगा ॥तो बता दू की इस साईट बनाने के प्रेरणा कहा से मिली । बात पिछले वर्ष करीब अगस्त महीने की है । तब एक मीटिंग के...
शनिवार, 3 जनवरी 2009
विंडोज मे आफलाईन हिन्दी ट्रांसलिटरेशन कैसे करे .
Author: Manoj Kumar Soni
| Posted at: 10:37 am |
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अपनी बात,
कंप्यूटर,
यूनिकोड क्या है?,
सलाह,
हिन्दी

हमारे एक सुधि पाठक ने पुछा है की ऑफलाइन तरीके से ट्रांस्लितेरेशन हिन्दी कैसे टाइप किया जा सकता है ? ये बहुत ही आसान है . विन्डोज़ -XP में हिन्दी के यूनिकोड फोंट्स पहले से होते है . बस उन्हें एनाबले करना होता है . ये तरीका हम बता देते है . इसको एनाबले करने के साथ साथ आपको मैक्रोसोफ्ट का एक टूल लगना पड़ेगा , उसका भी तरीका भी बता देते है. आगे दिए गई स्टेप्स को फोलो करिए. 1. विंडोज में हिन्दी सपोर्ट इनेबल करना: अपने कंप्यूटर...
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